कौन है अपना कौन पराया !

कौन है अपना कौन पराया जग में कोई ये समझ न पाया ।
मुंह के आगे जो प्रशंसा गावे पिठ पिछे वो वाण चलावे ॥
क्या है माजरा, क्या है माजरा जग मे कोई ये समझ न पाया ।


-अमित कुमार सोनी

No comments:

Post a Comment