मैंने दो दुनियाँ देखी है !

मैंने दो दुनियाँ देखी है...

देखा है, किस्मत से आसमान छूने की चाह रखने वालों को पर उनको हाथों की लकीरों में ही परेशान देखा है,

फिर मैंने बादल देखा, उससे ऊँचे पहाड़ देखे,
और उस पहाड़ को तोड़ता इंसान देखा है.

अमित कुमार सोनी

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